जन्म लेने से लेकर हमारी मृत्यु तक, राजनीति हमारे जीवन को प्रभावित करती है. इसलिए प्रत्येक व्यक्ति का यह कर्तव्य है कि वह बेहतर राजनीति के लिए अपना योगदान अवश्य दे.
ऐसे प्रगतिशील विचारों से परिपूर्ण शिव प्रताप सिंह पवार समाज में नवपरिवर्तन की लहर लाने के प्रयास में संलग्न युवा राजनेता हैं, जो राष्ट्रवादी शक्ति पार्टी के अध्यक्ष के रूप में आज देश में सिद्धांतविहीन हो चुकी राजनीति को एक सही दिशा देने के लिए संघर्षरत हैं. समाज में फैली अराजकता के खिलाफ निरंतर आवाज़ उठाने हुए शिव प्रताप पवार विगत लगभग 10 वर्षों से राजनीतिक क्षेत्र का हिस्सा हैं.
राजनीति को अपना कार्यक्षेत्र चुनने के पीछे शिव प्रताप पवार बेहद स्पष्ट एवं सटीक मंतव्य देते हैं कि नौकरी या व्यवसाय करने वाले लोग भी देश की उन्नति, प्रगति और खुशहाली में बराबर के साझेदार होते हैं, क्योंकि वें अपनी आय का एक हिस्सा सरकार को टैक्स के तौर पर सौंपते हैं. एक लोकतांत्रिक देश में टैक्स के माध्यम से जनता तो अपना उत्तरदायित्त्व निभाती हैं, परन्तु सरकारी आवाम में फैला भ्रष्टाचार न तो जननीतियों को उचित प्रकार से लागू होने देता है और न ही देश को विकसित होने देता है. जिसके चलते हर युवा का कर्तव्य है कि वह स्वच्छ राजनैतिक परिप्रेक्ष्य के साथ आगे बढ़े.
शिव प्रताप पवार का राजनीतिक सफ़र बेहद रोचक है, उनकी बेहतरीन नेतृत्त्व क्षमता के चलते उन्हें राजनीति में बहुत सी सफलताएं मिली हैं. कांग्रेस पार्टी की युवा विंग के साथ लम्बे समय तक उन्होंने विभिन्न पदों पर कार्य किया.
राजनीति में सक्रिय रूप से कार्य करते हुए उन्होंने महसूस किया कि आज देश को भ्रष्ट राजनेताओं की नहीं अपितु प्रगतिशील सोच रखने वाले युवा नेतृत्त्व की आवश्यकता है. जिसके चलते उन्होंने पद-प्रतिष्ठा को त्याग कर अपने युवा साथियों के साथ मिलकर “राष्ट्रवादी शक्ति पार्टी” का गठन किया, जिसमें वे राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और देश के युवा वर्ग को प्रेरित कर रहे हैं. इसके अतिरिक्त समाज में हाशिये पर खड़ी जनता को मुख्यधारा में लाने के लिए प्रयासरत हैं.
भारत युवा शक्ति से सराबोर देश है, परन्तु बेहतर योजना व नीतियों के अभाव में युवाओं को विकसित होकर अपनी कार्यक्षमता निखारने का अवसर प्राप्त नहीं हो पा रहा है.
इसी सोच और कल्याणकारी विचारधारा के साथ समाज को एक नई दिशा देने के लिए तथा देश के सर्वांगीण उत्थान के निहितार्थ शिव प्रताप पवार ने नई दिल्ली के भारतीय युवा फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पदभार पर आसीन होकर भी युवाओं को प्रेरणा दी है..
उत्तर प्रदेश (संघ) की किसान मजदूर सभा के संस्थापक एवं महासचिव की अहम भूमिका का निर्वहन करते हुए शिव प्रताप पवार देश में शोषित किसानों तथा मजदूरों को संयुक्त रूप से एकीकृत करके उन्हें उनके अधिकारों के प्रति न केवल जागरूक करते हैं बल्कि उनके लिए बनाई गयी सरकारी योजनाओं का वास्तविक लाभ उन्हें दिलवाने का प्रयत्न भी करते हैं, जिससे देश के अन्नदाता और मेहनतकश मजदूर दोनों को ही अपना विकास करने के सम्पूर्ण अवसर मुहैया कराए जा सकें.
इसके साथ ही उनका मानना है कि भारत में आज़ादी के सत्तर वर्ष बाद भी वहीँ मुद्दें हैं, जो आज़ादी से पहले थे. जनसंख्या वृद्धि, बेरोजगारी, अशिक्षा, भुखमरी एवं साम्प्रदायिकता ये सब देश को विकास पथ से पीछे धकेलने वाली समस्याएं हैं, जो गहन रूप से एक दूसरे की पूरक हैं. शिव प्रताप पवार चाहते हैं कि वर्तमान सरकार “जनसंख्या नियंत्रण कानून” को पारित करे और सख्ती से उसका अनुपालन कराने का भी प्रयास करे, जिससे देश वास्तविक प्रगति की ओर उन्मुख हो.